सोलर सिस्टम पर लाखों खर्च किए… फिर भी कम बिजली! वजह जान लें

आपने अपने घर या बिज़नेस में सोलर सिस्टम लगवाया। सोच रहे थे कि अब बिजली बिल से छुटकारा मिलेगा और धूप से भरपूर बिजली बनेगी, लेकिन कुछ ही महीनों बाद आपको लगने लगा कि बिजली तो उतनी आ ही नहीं रही जितनी उम्मीद थी। ऐसा होने पर सबसे पहले दिमाग में यही सवाल आता है – “मैंने लाखों रुपये खर्च किए, फिर भी मेरा सोलर सिस्टम कम बिजली क्यों दे रहा है? चलिए, मैं आपको अपने अनुभव और रिसर्च के आधार पर 5 सबसे आम वजह बताता हूँ, ताकि आप भी इन्हें चेक कर सकें।

पैनल की दिशा और एंगल सही न होना 

सोलर पैनल को किस दिशा और एंगल में लगाया गया है, ये इसकी परफॉर्मेंस की जान है, अगर पैनल गलत दिशा में लगा हो तो चाहे धूप कितनी भी तेज़ हो, बिजली कम ही बनेगी। भारत में दक्षिण दिशा (South Facing) सबसे सही मानी जाती है। और झुकाव (Tilt Angle) आपके शहर के Latitude के बराबर होना चाहिए।

धूल और गंदगी

भारत में धूल और पॉल्यूशन बहुत है, पैनल पर धूल, मिट्टी या सूखे पत्ते जमने लगते हैं, जिससे धूप पैनल तक पूरी तरह नहीं पहुंच पाती। नतीजा यह होता है की बिजली कम बनती है। इसलिए सोलर पैनल को महीने में कम से कम 2–3 बार साफ पानी से धोते रहे। 

छाया का पड़ना

ये एक ऐसी गलती है जो लोग इंस्टॉलेशन के समय नजरअंदाज कर देते हैं। अगर पैनल पर किसी पेड़, दीवार या टॉवर की छाया पड़ गई तो बिजली उत्पादन बुरी तरह घट जाएगा। इसका असर इतना ज्यादा होता है की सिर्फ 10% हिस्से पर छाया पड़ने से पैनल 30–40% कम बिजली देने लगता है। इसलिए इंस्टॉलेशन के समय ध्यान रखें कि सुबह से शाम तक पैनल पूरी तरह धूप में इसपे किसी प्रकार का छाया न रहें।

बैटरी और इन्वर्टर की दिक्कत

अगर आपका सिस्टम ऑफ-ग्रिड या हाइब्रिड है, तो बैटरी और इन्वर्टर की क्वालिटी भी मायने रखती है। पुरानी या कम क्षमता वाली बैटरी जल्दी चार्ज हो जाती है लेकिन उतनी देर चलती नहीं। सस्ता या घटिया इन्वर्टर पैनल से आने वाली पूरी बिजली का इस्तेमाल नहीं कर पाता। मेरा सुझाव है की हमेशा भरोसेमंद ब्रांड के इन्वर्टर और बैटरी लगवाएं और साल में एक बार उनकी सर्विस जरूर करवाएं।

गलत सिस्टम साइज चुन लेना

कई लोग बिना सही कैलकुलेशन किए सोलर सिस्टम लगवा लेते हैं। छोटा सिस्टम आपकी जरूरत पूरी नहीं कर पाएगा और बड़ा सिस्टम बेवजह महंगा और बिजली बर्बाद करने वाला होगा। इसलिए सिस्टम लगाने से पहले अपनी औसत बिजली खपत (यूनिट/दिन) का हिसाब लगवाना बहुत जरूरी है।

बोनस टिप 

आजकल ज्यादातर इन्वर्टर और मॉनिटरिंग ऐप आपको रियल-टाइम बिजली उत्पादन दिखाते हैं। इसलिए कम से कम महीने में एक बार जरूर चेक करें कि सिस्टम उतनी बिजली बना रहा है या नहीं। अगर अचानक कमी दिखे तो तुरंत टेक्नीशियन को बुलाएं।

निष्कर्ष

सोलर सिस्टम एक शानदार निवेश है, लेकिन सिर्फ लगवा देना ही काफी नहीं। सही दिशा, साफ-सफाई, छाया से बचाव और सही साइज चुनना जरूरी है। अगर आपका सोलर सिस्टम कम बिजली दे रहा है, तो घबराएं नहीं  ऊपर बताए गए कारण चेक करें और तुरंत समाधान करें। यकीन मानिए, थोड़ी देखभाल से आपका सोलर सिस्टम सालों तक भरपूर बिजली देगा और बिजली बिल को लगभग खत्म कर देगा।

Leave a Comment