मानसून में सोलर सिस्टम की देखभाल कैसे करें? जानिए जरूरी टिप्स और ट्रिक्स!

सोलर सिस्टम गर्मियों में तो शानदार प्रदर्शन करता है, लेकिन बारिश के मौसम में इसकी देखरेख जरूरी हो जाती है मानसून के दौरान नमी, पानी और बादल सोलर पैनलों से बिजली बनाने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं, ऐसे में अगर सही देखभाल न की जाए, तो सिस्टम खराब भी हो सकता है या बिजली उत्पादन में कमी आ सकती है। इसीलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मानसून में अपने सोलर सिस्टम को कैसे सुरक्षित रखें और उसकी परफॉर्मेंस को बनाए रखें।

बारिश में पैनलों की सफाई कैसे करें?

मानसून में पैनलों पर कीचड़, धूल और पत्ते जम सकते हैं, जिससे धूप ठीक से नहीं पड़ती और बिजली उत्पादन कम हो जाता है। इसलिए हर हफ्ते पैनलों को साफ पानी से हल्के हाथों से धोएं। ध्यान दे की कभी भी नुकीली चीज़ों या डिटर्जेंट का इस्तेमाल न करें और सुबह या शाम के समय सफाई करें जब धूप कम हो।

वॉटरप्रूफिंग और वायरिंग का ध्यान रखें

बारिश में सबसे ज्यादा खतरा शॉर्ट सर्किट का होता है। इसलिए सभी वायरिंग को अच्छी तरह इंसुलेटेड और कवर में रखें। इन्वर्टर और कंट्रोलर को ऐसी जगह पर लगाएं जहां पानी की पहुंच न हो और इलेक्ट्रिकल बॉक्स को वाटरप्रूफ बॉडी में लगवाएं।

पैनल के पास पानी जमा न होने दें

अगर छत पर पैनलों के आसपास पानी जमा हो जाए, तो यह पैनल और स्ट्रक्चर दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है इसीलिए छत पर ड्रेनेज सिस्टम को साफ़ रखें जिससे पानी आसानी से निकल सके और पैनलों के नीचे जंग न लगे।

बैटरी को सूखी जगह पर रखें

अगर आपका सिस्टम बैटरी वाला है, तो मानसून में नमी से उसे नुकसान हो सकता है इसीलिए बैटरी को ऐसी जगह रखें जहां नमी या पानी न पहुंच सकेऔर बैटरी के टर्मिनल्स पर ग्रीस लगाएं ताकि जंग न लगे साथ ही साथ  समय-समय पर वोल्टेज और चार्जिंग लेवल जांचते रहें।

इन्वर्टर को सुरक्षित करें

इन्वर्टर सोलर सिस्टम का दिमाग होता है, इसलिए इसकी सुरक्षा जरूरी है।  इन्वर्टर को ऊंचाई पर और सूखी जगह पर इंस्टॉल करें अगर आवश्यकता हो तो वाटरप्रूफ बॉक्स का उपयोग करें।  ज्यादा बारिश वाले क्षेत्रों में स्पाइक गार्ड लगवाएं।

लाइटनिंग अरेस्टर और ग्राउंडिंग सिस्टम जांचें

मानसून में बिजली गिरने की घटनाएं आम हैं, जो आपके सोलर सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसीलिए एक अच्छा लाइटनिंग अरेस्टर लगवाएं और  ग्राउंडिंग सिस्टम को टेक्नीशियन से जांचवाएं। इससे पूरे सिस्टम की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

प्रोफेशनल चेकअप जरूर करवाएं

हर मौसम की तरह मानसून से पहले सोलर सिस्टम का प्रोफेशनल से जांच कराना जरूरी है। कोई भी ढीली वायरिंग, जंग या लीकेज हो तो तुरंत ठीक करवाएं। जिससे समय पर सर्विसिंग कराने से बड़ी समस्या से बचा जा सकता है।  स्थानीय सोलर सर्विस प्रोवाइडर से वार्षिक मेंटेनेंस कराएं।

निष्कर्ष

मानसून में सोलर सिस्टम की देखभाल करना कोई मुश्किल काम नहीं है, बस थोड़ी सी सतर्कता और समय पर मेंटेनेंस की ज़रूरत होती है। अगर आप ऊपर दिए गए सुझावों का पालन करते हैं, तो बारिश के मौसम में भी आपका सोलर सिस्टम बेहतर परफॉर्म करेगा और आपको लगातार बिजली देता रहेगा।

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