भारत में सोलर सिस्टम को लेकर जागरूकता तो बढ़ी है, लेकिन इसके साथ ही अफवाहों का बाजार भी गर्म है। बहुत से लोग बिना पूरी जानकारी के सोलर सिस्टम को लेकर भ्रमित रहते हैं और गलत फैसले ले बैठते हैं।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे सोलर से जुड़ी 7 सबसे आम अफवाहें और उनकी सच्चाई, ताकि आप सही जानकारी के आधार पर फैसला ले सकें।
सोलर पैनल सिर्फ तेज़ धूप में ही काम करता है
ये बिल्कुल गलत है, सोलर पैनल diffused sunlight यानी बादलों में भी काम करता है। हां, बिजली उत्पादन थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन पूरी तरह बंद नहीं होता। यहां तक कि यूरोप के कई ऐसे देश जहां सूरज कम निकलता है, वहां भी सोलर खूब चल रहा है।
सोलर लगवाना बहुत महंगा है
सोलर लगवाना पहले महंगा था, लेकिन अब सरकार की सब्सिडी और सस्ती तकनीक के चलते इसकी कीमत काफी कम हो गई है साथ ही, 4 से 5 साल में ही आपका पूरा खर्च वसूल हो जाता है और उसके बाद बिजली लगभग फ्री हो जाती है।
सोलर सिस्टम से AC, फ्रिज नहीं चला सकते
अगर आपका सोलर सिस्टम सही से डिज़ाइन किया गया है, तो आप AC, फ्रिज, मोटर, कूलर सब चला सकते हैं। बस आपके पैनल और बैटरी की क्षमता उतनी होनी चाहिए। कई घरों में 5KW सिस्टम से पूरी जरूरतें पूरी हो जाती हैं।
सोलर पैनल 2 से 3 साल में खराब हो जाते हैं
अच्छे क्वालिटी के सोलर पैनल की लाइफ 25 साल या उससे अधिक होती है। कंपनियां भी आमतौर पर 25 से 30 साल की वॉरंटी देती हैं, इसकी परफॉर्मेंस धीरे-धीरे कम हो सकता है, लेकिन बंद नहीं होता।
बैटरी बार-बार बदलनी पड़ती है
यह निर्भर करता है कि आप कौन सी बैटरी इस्तेमाल कर रहे हैं। Lead-Acid बैटरियां 3-5 साल चलती हैं, जबकि Lithium-Ion बैटरियां 8-10 साल आराम से चलती हैं। सही मेंटेनेंस से इनकी लाइफ और बढ़ जाती है।
सोलर सिस्टम से बिजली चोरी हो सकती है
ऑन-ग्रिड सिस्टम में अगर Net Meter सही से लगा है और सर्टिफाइड इंस्टॉलर ने काम किया है, तो बिजली की चोरी की कोई संभावना नहीं होती। आजकल के इन्वर्टर और मीटर स्मार्ट होते हैं जो हर यूनिट को रिकॉर्ड करते हैं।
सोलर सिस्टम बहुत जगह लेता है
1KW सोलर सिस्टम को लगभग 100 स्क्वायर फीट जगह चाहिए होती है। अगर आपकी छत 200–300 स्क्वायर फीट है, तो 3KW तक का सिस्टम आराम से लग सकता है। आजकल छतों का बेहतर उपयोग करते हुए सोलर स्ट्रक्चर भी बनाए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
सोलर पावर को लेकर फैली अफवाहें न सिर्फ लोगों को भ्रमित करती हैं, बल्कि उन्हें एक शानदार तकनीक से दूर भी रखती हैं। सही जानकारी लेकर आप न सिर्फ पैसे की बचत कर सकते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी बड़ा फायदा पहुंचा सकते हैं।